dhankhar poetry
सोमवार, 12 अक्तूबर 2009
संभावना सफलता की
संपर्क पारस में जब आया लोहा
बन गया सोना
कुंदन हुआ तपकर आग में
माना कि पारस संपर्क में
लोहा बन गया सोना
पर गुण यह लोहे में होता है
कि बन जाए सोना,
बनना नहीं हीरे-मोती
कंकर-पत्थर के भाग में
लगाओ कोई भी जंतर-मंतर
या रखो पारस संपर्क में .
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